इलज़ाम लगाने वाले फर्जी सेक्युलरो को दिया करारा जवाब- सिखाई सेक्युलरिज़्म कि परिभाषा...
#काम_बोलता_है की ली जमकर खबर....
ये बयान ओवैसी साहब के ग्रेट स्पीच में से एक है जरूर सुनें...
पेश हैं स्पीच के महत्वपूर्ण बिंदु...
---
सेक्युलरिज़्म का मतलब ये नहीं कि मैं मुसलमान तमाम पार्टी की गुलामी करे...बल्कि सेक्युलरिज़्म का मतलब ये है कि जिस कुर्सी पर आप बैठे मुसलमान भी उसी कुर्सी पर बैठेगा...
मेरी लड़ाई किसी भी मज़हब से नहीं है... मेरी लड़ाई किसी भी ताजीब से नहीं है... मेरी लड़ाई उन लोगो से है जो सेक्युलरिज़्म के नाम पर आपका वोट ले जाते हैं..आपको स्कूल नहीं देते...अस्पताल नहीं देते...मेरी लड़ाई उन लोगो से है जो आपको आपकी आवज़ सुनने नहीं देते। आपकी आवाज़ को दबाते हैं... मैं यहाँ खुदको मजबूत बनाने नहीं आया...मैं यहाँ आपको लीडर बनाने के लिए आया हूँ..
जब चुनाव आता है तो निकल पड़ते हैं अपना हारमोनियम उठा के - देदे बाबा सेक्युलरिज़्म के नाम पे वोट"
लोग कहते हैं ओवैसी मुसलमानो की बात करता हैं... हाँ मैं मुसलमानो की बात करता हूँ, मैं मज़लूमों की बात करता हूँ...
मैं हक़ परस्त हूँ मैं ज़ालिम के ज़ुल्म को बर्दास्त नहीं कर सकता
2014 के इलेक्शन में 70 सीटों पर मोदी बाज़ी ले गया... क्या ओवैसी आया था जिताने... आपने जिताया था... मोदी ने झुनझुना निकाला तो बसपा का वोटर मोदी के साथ भाग गया... सपा का वोटर साइकल लेके 15 लाख के चक्कर में भाग गया... मैं ज़िम्मेदार हूँ??
यूपी के इटावा में शेर मरा तो लंदन से डॉक्टर बुलाया, क्या ये गरीबो ओर गरीबी का मज़ाक नहीं कि मलेरिया से बच्चे मर गए उनकी कोई फ़िक्र नही...अस्पताल में बच्चे और माएं मर जाती हैं मगर उनकी कोई फ़िक्र नही
मैं नौजवानो की आँखों में नाउम्मीदी के आंसू नहीं देख सकता
बड़ा हंसाया... 9 बजते ही मीडिया के लोग कहते हैं चलो ओवैसी को दिखाएंगे... क्या मैं इतना खूबसूरत हूँ... एक ही बीवी से परेशान हूँ...
मेरे पास सपा बसपा भाजपा जितनी दौलत नहीं...मेरे पास एक ही दौलत है ...ये ज़बान जो मुझे अल्लाह ने दी...इसी स हक़ बयानी करता हूँ...
अगर तुम मानते हो हर मर्ज़ की दवा मैं हूँ तो मैं तैयार हूँ तुम्हारा इलाज करने को..मीडिया को सम्बोधन ओवैसी ने सेक्युलरिज़्म की उड़ाई धज्जियाँ
उत्तर प्रदेश में 5 साल में बलात्कार के केस में 200 पर्सेंट का इज़ाफ़ा हुआ काम बोलता है
ओवैसी ने गिनाये अखिलेश के काम
जिस दिन पुलिस को पॉलिटिकल लीडर से आज़ाद कर दिया गया कोई मुज़फ्फरनगर नहीं होगा...
अगर कभी डिबेट करना चाहते हो बोलो तुम्हारे घर आकर तुमसे बहस करने के लिए तैयार हूँ
अखिलेश और मोदी में कोई फ़र्क़ नहीं...
ओवैसी ने बया किया दर्द कहा-- तुम सज कर संवर कर सैफई हो गए, हम उजड़ कर मुजफ्फरनगर हो गए।
No comments:
Post a Comment