इंसान के अलावा ये कुछ जानवर भी जन्नत में जायेंगे पढ़े उनके बारे में - Hakeem Danish

Saturday 27 January 2018

इंसान के अलावा ये कुछ जानवर भी जन्नत में जायेंगे पढ़े उनके बारे में


*_जन्नती जानवर_
*_इंसान के अलावा ये कुछ जानवर भी जन्नत में जायेंगे इनकी पूरी तफसील मुलाहज़ा फरमाएं_*
*_1. मेरे आक़ा सल्लललाहो तआला अलैहि वसल्लम का बुराक़ और ऊंटनी_*
*_सफरे मेराज में हुज़ूर जिस बुराक़ से अर्शे मुअल्ला तक पहुंचे वो बुराक़ और आपकी अज़्बा नामी ऊंटनी जन्नत में जायेगी_*
*_3. हज़रत इस्माईल अलैहिस्सलाम का मेंढ़ा_*
*_हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम ने रब के हुक्म पर अपने बेटे हज़रत इस्माईल अलैहिस्सलाम की कुर्बानी पेश करने का फैसला किया मगर वो सिर्फ आपका इम्तिहान था जब आपने अपने प्यारे बेटे के गले पर छुरी चलाई तो मौला के हुक्म से हज़रत जिब्रील अलैहिस्सलाम जन्नत से जो मेंढ़ा लाये और जिस पर छुरी चली वो मेंढ़ा भी जन्नत में जाएगा_*
*_4. हज़रत सुलेमान अलैहिस्सलाम की चींटी और हुदहुद_*
*_एक मर्तबा हज़रत सुलेमान अलैहिस्सलाम एक अज़ीम लशकर के साथ मुल्के शाम के जंगलों से गुज़रे तो एक चींटी जो कि अपनेi क़ौम की सरबराह थी उसने अपनी क़ौम से मुखातिब होकर फरमाया कि अपने बिलों में चली जाओ कहीं ऐसा ना हो कि हज़रत सुलेमान अलैहिस्सलाम और उनका लश्कर तुम्हे कुचल डाले और उन्हें खबर भी ना हो,जब उसने ये बात कही तो लश्कर उस वक़्त तक़रीबन 5 किलोमीटर दूर था मगर उसकी बात हज़रत सुलेमान अलैहिस्सलाम ने सुन ली और उसकी दानाई पर मुस्कुरा दिए,ये चींटी भी जन्नत में जायेगी,इमाम राज़ी फरमाते हैं कि चींटी का ये बयान करना कि उनसे अगर ऐसा होगा भी तो बेखबरी में होगा क्योंकि कोई नबी जान-बूझकर हरगिज़ ऐसा कर ही नहीं सकता जो कि क़ुरान में मौजूद है ये बताता है कि अम्बिया इकराम हरगिज़ गुनहगार नहीं हो सकते लिहाज़ा जो लोग अम्बिया को मासूम नहीं समझते उनकी अक्ल चींटी से भी कम है_*
*_हज़रत सुलेमान अलैहिस्सलाम के लश्कर में तमाम जानवर भी मौजूद थे जिनमे परिंदों का सरदार एक हुदहुद था जिसका नाम याफूर था,ये ज़मीन के अंदर का पानी देख लेने की सलाहियत रखता था जिस जगह पानी होता ये अपनी चोंच रगड़ता और जिन्न उस जगह को खोदकर कुंआ बना देते,ये एक मर्तबा बग़ैर बताये ग़ैर हाज़िर रहा तो हज़रत सुलेमान अलैहिस्सलाम ने इताबन इसके पर उखाड़ लेने को कहा जब ये वापस आया तो माफ़ी चाही और बिलक़ीस की खबर दी जिस पर हज़रत सुलेमान अलैहिस्सलाम ने इसे माफ़ कर दिया,ये हुदहुद भी जन्नत में जाएगा_*
*_6. हज़रत उज़ैर अलैहिस्सलाम का गधा_*
*_हज़रत उज़ैर अलैहिस्सलाम को रब ने अपनी क़ुदरते कामिला पर मुत्तेला करना चाहा तो एक मर्तबा आप अपने गधे को लेकर एक पेड़ के नीचे सोए सुबह का वक़्त था और आपकी रूह क़ब्ज़ कर ली गयी,100 साल गुज़र गए इस बीच बादशाह बख्ते नसर यानि शद्दाद की भी मौत हो गयी और एक बार फिर बनी इस्राईल बैतुल मुक़द्दस में काबिज़ हुए,100 साल के बाद रब ने हज़रत उज़ैर अलैहिस्सलाम को ज़िंदा फरमाया तो शाम का वक़्त था रब ने आपसे पूछा कि कितनी देर यहां ठहरे तो आपने वक़्त देखकर कयासन फरमाया कि थोड़ी देर,तो रब फरमाता है कि 100 साल गुज़र चुके,आपके खाने पीने का सामान बिलकुल भी ख़राब ना हुआ था मगर आपका गधा गल सड़कर रेज़ा रेज़ा हो चुका था फौरन ही आपके सामने उसकी सारी हड्डियां मिली उस पर गोश्त चढ़ा खाल चढ़ी और वो चीखने लगा,आप उसे लेकर जब अपनी बस्ती में पहुंचे तो आप खुद 40 साल के थे आपके बेटे की उम्र 118 साल की थी और आपके पोते भी बूढ़े हो चुके थे,आपकी दुआ से आपकी एक कनीज़ जो कि उस वक़्त 130 की थी नाबीना हो चुकी थी आंख वाली हो गयी और आपको पहचाना,जब बनी इस्राईल ने देखा तो आपको खुदा का बेटा कहने लगे और ईमान से खारिज हो गए,आपका यही गधा भी जन्नत में जाएगा_*
*_7. हज़रत सालेह अलैहिस्सलाम की ऊंटनी_*
*_क़ौमे समूद में रब ने हज़रत सालेह अलैहिस्सलाम को भेजा जब आपने उनको तब्लीग की तो उन्होंने आपसे मोजज़ा मांगा जिस पर आपने उनके कहने पर पहाड़ से एक हामिला ऊंटनी निकाल दी जिस पर कई लोग ईमान ले आये और बहुत से रुके रहे,लोगों के सामने ही उस ऊंटनी ने बच्चा जना जो 70 ऊंटनियों के जितना बड़ा था,क़ौम के पानी के लिए एक नहर थी जिससे वो ऊंटनी एक दिन छोड़कर सारा पानी पी जाती और एक दिन पूरा क़ौम पीती,ये बात क़ौम पर गिरां गुज़री और सबने मिलकर उसको मार दिया जिस पर आसमान से उन पर अज़ाब उतरा और सबके सब हलाक हो गए,ये ऊंटनी भी जन्नत में जायेगी_*
*_8. हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम की मछली_*
*_एक क़ौम नेनवा इलाक़े मे बसी थी जो कुफ्रो शिर्क में मुब्तेला थी जिस पर रब ने हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम को तब्लीग के लिए भेजा,आपने उनको तब्लीग की और ये भी फरमाया कि अगर 40 दिन में तुम नहीं बदलोगे तो आज से चालीसवें दिन अज़ाब आयेगा,जब 35 दिन हो गए तो आसमान का रंग बदल गया आप समझ गए कि अब अज़ाब आयेगा और आपने अपने इज्तेहाद से फैसला किया कि मुझ पर रब तंगी ना करेगा और आप बस्ती छोड़कर चले गए,इधर अज़ाब की अलामत देखकर क़ौम का बुरा हाल हो गया और सब रो रोकर माफ़ी मांगने लगे रब को उन पर रहम आ गया और अज़ाब को टाल दिया गया,हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम जब कश्ती पर बैठकर बीच दरिया पहुंचे तो कश्ती अचानक रुक गयी,उस वक़्त दस्तूर के मुताबिक ये ख्याल किया जाता था कि अगर कोई ग़ुलाम अपने आका को छोड़कर जा रहा हो तो कश्ती किनारे पर नहीं लगती,तमाम कश्ती वालों ने क़ुरा निकाला तो तीनो मर्तबा हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम का नाम ही आया आपने सोचा कि मेरी वजह से ये लोग क्यों मुसीबत में रुके रहे और आप दरिया में कूद गए रब ने एक मछली को इल्हाम किया कि हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम को अपने पेट में रखे मगर एक ख़राश तक ना आने पाए,ये एक यार का यार पर इताब था किसी दूसरे को मजाल नहीं कि उन पर ऐतराज़ करे,मछली तीन रोज़ तक आपको पेट में लिए दरिया में घूमती रही फिर आपने वो दुआ फरमाई जिसे आयते करीमा कहा जाता है जिसकी बरक़त से मछली आपको किनारे पर छोड़ आयी,आपकी यही मछली भी जन्नत में जायेगी_*
*_9. असहाबे कहफ़ का कुत्ता_*
*_हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम के ज़माने में एक नेक शख्स था जिसका नाम बलअम बिन बावर था,ये बहुत बड़ा ज़ाहिद आलिम सूफ़ी और मुस्तजाबुद दावात था यानि इसकी हर दुआ क़ुबूल होती थी,ये ज़मीन पर बैठे बैठे अर्शे आज़म देख लेता था इसके 12000 तलबा थे इस्मे आज़म जानता था गर्ज़ कि इंतेहाई उरूज पर था,जब हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम बनी इस्राईल को लेकर शहर कुनआन में दाखिल हुए तो कुनानी भागते हुए बलअम बिन बावर के पास पहुंचे और कहा कि वो हमारी हुक़ूमत पर क़ाबिज़ होना चाहते हैं लिहाज़ा तुम उनके लिये बद्दुआ करो पहले तो इसने काफी मना किया मगर बाद में कसीर माल की लालच में आकर हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम के लिए बद्दुआ करने को तैयार हो गया,जब इसने बद्दुआ करनी शुरू की तो जो कुछ हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम के लिए कहना चाहता क़ुदरते खुदावन्दी से खुद उसका नाम निकलता आखिरकार उसकी ज़बान सीने पर आ पड़ी और वो कुत्ते की तरह हांपने लगा इस्मे आज़म भूल गया और सबने देखा कि उसके सीने से एक सफ़ेद कबूतर की मानिंद कुछ चीज़ निकलकर उड़ गयी तो लोगों ने जान लिया कि इसका ईमान सल्ब हो गया,और वो इसी तरह ज़िल्लत की ज़िंदगी गुज़ारते हुए मरा,असहाबे कहफ़ का जो कुत्ता जन्नत में जाएगा वो बलअम बिन बावर की शक्ल में जन्नत में जाएगा और बलअम बिन बावर उस कुत्ते की शक्ल में जहन्नम में_*
*_10. बनी इस्राईल की गाय_*
*📕 अलअश्बाह वन्नज़ायर,सफह 382*
*📕 हाशिया 19,जलालैन,सफह 318*
*📕 नुज़हतुल मजालिस,जिल्द 2,सफह 64*
*📕 अलमलफ़ूज़,हिस्सा 4,सफह 75*
*📕 क्या आप जानते हैं,सफह 123*
*📕 तज़किरातुल अम्बिया,सफह 182* *197-222-224-254*
*_इसके अलावा कुछ खूबसूरत और अच्छे जानवर भी जन्नत मे जायेंगे_* *📕 रूहुल मआनी,जिल्द 15,सफह 236*

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