हज़रत अली रदि0 का क़ौल और अमेरिका का इंसाफ ज़रूर पढ़े और शेयर करें - Hakeem Danish

Sunday 28 January 2018

हज़रत अली रदि0 का क़ौल और अमेरिका का इंसाफ ज़रूर पढ़े और शेयर करें



टेक्सास की एक जेल में 37 साला कार्ला फेटकर को मौत का इंजेक्शन लगाया गया, डेथ बेड पर लेटे उसने हंस के आँखें बंद करली डॉक्टर ने नब्ज़ देखी और मौत का ऐलान कर दिया। और कहा "ऐसी पुरसुकून मौत मेने पहले कभी नहीं देखी!

कार्ला की माँ धंधा करने वाली औरत थी, बचपन से ही वह अपनी मां के साथ आती जाती और धीरे धीरे माँ के नक्शे कदम पर चल पड़ी, 10 साल बाद उसे ख्याल आया कि उसे इस धंधे को छोड़कर कुछ और करना चाहिए, सो उसने अपने बॉयफ्रेंड के साथ गाड़ी छीनने कि स्कीम बनाई, मोकाए वारदात पर मुज़ाहमत हुई तो कार्ला और उसके बॉयफ्रेंड ने अमेरिकी जोड़े को घबरा के क़त्ल कर दिया।

कुछ दिनों बाद दोनों पकड़े गए और अदालत ने सज़ाए मौत सुना दी, फिर अपीलों के चक्करों में काफी अर्सा गुज़रता गया। इस दौरान जेल के अमली ने देखा के कार्ला जो के एक शराबी और बदज़बान औरत थी उसने अचानक सब कुछ छोड़ कर बाइबल की स्टडी शुरू करदी उसकी ज़बान साफ हो गई। और अखलाज बहुत अच्छे हो गए, वह अक्सर अपने सेल में बाइबल पढ़ती रहती। मिलना जुलना और बात चीत खत्म करदी।

एक साल बाद वह मुबालगा बन गई और ऐसी मुबालगा जिसके अल्फ़ाज़ में तासीर थी। उसने जेल में ही तबलीग शुरू करदी और जेल में कई लोगों की ज़िंदगी को बदल दी। वह लोग उसे क़ातिल और संगदिल कहते थे वो उसके पीछे चलने लगे और जेल में एक रूहानी इंकलाब आ गया इस बात की खबर जब मोडिया को पहुंची तो वह जेल पर टूट पड़े हर अखबार में कार्ला की हैडलाइन लगी। हर शख्स ने उसकी फोटो उठाई और उसे माफ करने के लिए मुज़ाहरे होने लगे।

हुक़ुक़ इंसानी की तंजीमों ने अमरीका में "कार्ला बचाओ" की तहरीक शुरू करदी औऱ ऐहतजाज यहां तक बढ़ा के ज़िंदगी मे पहली बार पूप जॉन पाल ने अदालत को सज़ा माफी की बाकायदा दरख्वास्त दे दी। लेकिन अदालत ने ठुकरा दी सज़ाए मौत से पन्द्रा दिन क़ब्ल किंग लेरी CNN के लिए उसका इंटरव्यू जेल में किया उस इंटरव्यू के बाद पूरे अमेरिका ने कहा के नही ये वह क़ातिला नही ये मासूम है, लेरी ने पूछा: तुम्हे मौत का ख़ौफ़ महसूस नही होता" कार्ला ने पुरसुकून अंदाज़ में जवाब दिया: नही बल्के में रब को मिलना चाहती हूं जिसने मेरी पूरी जिंदगी ही बदल दी।

अमरीकी शहरियों ने टेक्सास के गवर्नर जार्ज बुश के घर के सामने आ गए, और एहतिजाज करने लगे। अमरीका के सबसे बड़े पादरी जैकी जेक्शन ने भी कार्ला की हिमायत करदी। बुश ने दरख्वास्त सुनी और फैसला किया के मुझे कार्ला और जैकी जेक्शन से हमदर्दी है लेकिन मुझे गवर्नर कानून पर अमल दारी के लिए बनाया गया है सज़ा माफ़ करने के लिए नही, "वह अगर फरिश्ता भी होती तो क़त्ल की सज़ा माफ़ ना हो सकती।

मौत से दो रोज़ क़ब्ल कार्ला के रहम की अपील सुप्रीम कोर्ट पहुंची तो जज ने ये कहकर दरख्वास्त वापस करदी के अगर आज पूरी दुनिया भी कहे के ये औरत कार्ला नही कोई मुकद्दस हस्ती है तो भी अमरीकन कानून में इसके लिए रिलीफ नही। जिस औरत ने क़त्ल करते हुए दो इंसानों को रिआयत नही दी उसे दुनिया का कोई कानून रिआयत नही दे सकता। हम खुदा के सामने उन दो लाशों के जवाबदेह है जिन्हें कार्ला ने मार डाला।

जब में ये सोचता हूँ वह क्या मोअजिज़ा है जो अमरीका जैसी मआशरे को ज़िंदा रखे हुए है तो मुझे हज़रत अली का वह कॉल याद आ जाता है:

"मआशरे कुफ्र के साथ ज़िंदा रह सकते है लेकिन नाइंसाफी के साथ नही ?

Uzer Mansuri भाई की वॉल से।

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