मुसलमानों को दहशतगर्द कहने वाले बताएं भारत में पकड़ा जाने वाला हर आतंकवादी ब्राह्मण क्यू होता है?? - Hakeem Danish

Sunday, 12 February 2017

मुसलमानों को दहशतगर्द कहने वाले बताएं भारत में पकड़ा जाने वाला हर आतंकवादी ब्राह्मण क्यू होता है??

हर ब्राह्मण आतंकवादी नहीं होता किन्तु पकड़ा जाने वाला हर आतंकवादी ब्राह्मण ही क्यो होता है.?
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01- मालेगाँव का बम विस्फोट-(8 सितम्बर 2006) आरम्भ में जो व्यक्ति गिरफ़्तार हुए, वे सल्मान फ़ारसी, फ़ारुक़ अब्दुल्ला मख़दूमी, रईस अहमद, नूरुलहुदा, शम्सुलहुदा, शब्बीर बीड़ी वाले। बाद की जांचः 2008 के मालेगांव बम धमाकों में ब्राह्मण आतंकवादियों के सामने आने के बाद अन्य मामलों में भी शक की सूई भी ब्राह्मण आतंकवादियों पर ही गई और ब्राह्मण आतंकी लेफ़्टिनेंट कर्नल श्रीकांतसाध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर पकडे गए।
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02- अजमेर दरगाह का बम विस्फोट-11 अक्तूबर 2007जैसा कि अधिकांश बम धमाकों के बाद होता रहा है। आरम्भमें हूजी, लश्कर पर धमाकों का आरोप लगाया गया तथा जिन लोगों को गिरफ़्तार किया गया वह भी मुसलमान ही थे, उनमें अब्दुल हफ़ीज़, शमीम, खशीउर्रहमान, इमरान अली शामिल थे।किन्तु 806 पृष्ठों पर आधारित आरोप पत्र में जो राजस्थान एटीएस ने एडीश्नल चीफ़ जूडिशियल मजिस्ट्रेटकी अदालत में दाखिल की है इसमें 5 अभियुक्तों के नाम डाले गए हैं। अभिनव भारत के देवेन्द्र गुप्ता, लोकेश शर्मा और चन्द्रशेखर, संदीप डांगे तथा रामजी कालासांगा। इसके साथस्वामी असीमानंद ,इंद्रेश कुमार (आरएसएस RSS के वरिष्ठ नेता),साध्वी प्रज्ञा सिंह,सुनील जोशी,शिवम धाक़ड,समंदर ,योगी आदित्यनाथ.
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03- मक्का मस्जिद का बम विस्फोट-18 मई 2007, 4 व्यक्तियों की मृत्युआरम्भ में स्थानीय पुलिस ने 80 मुस्लिम युवकों को गिरफ़्तार किया और उनसे पूछताछ की गई, जिनमें से 25 व्यक्तियों को गिरफ़्तार कर लिया गया, कोई सबूत न मिलने पर इनमें से इब्राहीम जुनैद, शुऐब जागीरदार, इमरान खान तथा मौहम्मद अब्दुल हकीम इत्यादि को सम्मानपूर्वक बरी कर दिया गया।बाद की जांच के बाद जो परिणाम सामने आया वह इस प्रकार है। 2010 में सीबीआई ने घोषणा की कि वह इस मामले में 2 अभियुक्तों के बारे में सही सूचना देने वालों को 10 लाख रु का इनाम देगी। फिर इस मामले में संदीप डांगे, राम चन्द्र कालसिंगा तथा लोकेश शर्मा को गिरफ़्तार किया गया।
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04- समझौता एक्सप्रेस का बम विस्फोट-18 फ़रवरी 2007, अधिकतर पाकिस्तानी नागरिक आरम्भिक जांच में लश्कर तथा जैश -ए -मुहम्मद पर आरोप लगाया गया और इस सिलसिले में पाकिस्तानी नागरिक अज़मत अली को गिरफ़्तार किया गया।बाद की जांच में सामने आया कि इन घटनाओं के पीछे ब्राह्मण आतंकवादी हो सकते हैं। इन धमाकों में जो पद्धति प्रयोग की गई है वह मक्का मस्जिद के धमाकों से मिलती हुई है। इस मामले में पुलिस को आर.एस.एस के प्रचारक संदीप डांगे तथा रामजी और स्वामी असीमानंद के नाम सामने आये है।
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05- नांदेड बम विस्फोट-Terrorists संघ कार्यकर्ता RSS राजकोंडवार तथानकली दाड़ी और शेरवानी ,कुरता ,पायजामा भी बरामद
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06- गोरखपुर का सिलसिलेवार बम विस्फोट-अज्ञात - आफ़ताब आलम अन्सारी- गिरिफतार किया व बाईज्जत रिहा
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07- मुंबई ट्रेन बमविस्फोट - अज्ञात क्योंकि मुस्लिमों को फंसाया नहीं जा सका.
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08- घाटकोपर में बेस्ट की बस में हुए बम विस्फोट-अज्ञात क्योंकि मुस्लिमों को फंसाया नहीं जा सका.
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09- वाराणसी बमविस्फोट-अज्ञात क्योंकि मुस्लिमों को फंसाया नहीं जा सका .
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10- कानपुर बमविस्फोट-बजरंग दल कार्यकर्ता भूपेन्द्र सिंह छावड़ा और राजीव मिश्रा.!
@[100007366425481:] का लेख

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